खसरा और खतौनी नंबर अक्सर भूमि संपत्ति के मलिक का प्रमुख दस्तावेज होती है. इसे भूमि कार्य और सरकारी रिकॉर्ड के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. खसरा और खतौनी संख्या में आप भूमि के मालिक, पेमेंट डिटेल और संपत्ति का संपूर्ण विवरण का पता लगा सकते हैं. इसलिए अगर कोई व्यक्ति भारत के ग्रामीण इलाके में भूमि संपत्ति के संबंधित किसी भी कार्य की जानकारी चाहते हैं, तो खतौनी की नकल की जानकारी होना बहुत जरूरी है.
अगर आप भी खतौनी की नकल निकालना चाहते है, तो सबसे पहले अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. फिर खतौनी पर क्लिक कर मांगे गए जानकारी डालना होगा. इसके बाद भूमि सम्बंधित जानकारी वेरीफाई कर खतौनी की नकल निकाल पाएँगे. निचे इस प्रक्रिया को चरण दर चरण उपलब्ध किया है, जिसे आप फॉलो कर पाएँगे.
खतौनी क्या है?
खतौनी भूमि के मालिक के लिए एक पहचान है क्योंकि, इससे भूमि के बारे में सभी विवरण को प्रमाणित किया जा सकता है. इसमें जमीन स्थित, जिले का नाम, आंचल का नाम, मौजा का नाम, खसरा संख्या ,खाता संख्या आदि के साथ, जमीन के मालिक का नाम और जमीन मालिक के पिता का नाम, के बारे में सभी जानकारी मिलती है.
खसरा एक प्रकार का जमीन का नक्शा होता है जिसमें जमीन का विस्तार, सीमाएं और विवरण दर्ज होते हैं. खसरा संख्या एक जमीन की पहचान के रूप में कार्य करती है.
खसरा खतौनी की नकल कैसे निकाले ऑनलाइन
- खसरा खतौनी की नकल देखने के लिए सबसे पहले अपने मोबाइल या Computer पर अपने राज्य के ऑफिसियल वेबसाइट को ओपन करें.
- या दिए गए लिंक https://upbhulekh.gov.in/ पर क्लिक करें.
- Note: आप अपने राज्य के अनुसार अधिकारी वेबसाइट को ओपन कर सकते हैं.
- उसके बाद होम स्क्रीन पर “रियल टाइम खतौनी की नकल देखें” विकल्प पर क्लिक करें.
- क्लिक करने के बाद कैप्चा कोड को दर्ज करें.
- अब जनपद चुने, तहसील चुने, ग्राम चुने विकल्प को सेलेक्ट करें और आगे बढ़े.
- इसके बाद आप खसरा खतौनी के नकल को देखने के लिए खसरा/गॉट संख्या द्वारा खोजें, खाता संख्या द्वारा खोजें, खाते के नाम द्वारा खोजें, नामांकन दिनांक से खोजे आदि में से किसी एक पर क्लिक करें.
- Note खसरा खतौनी के नकल को देखने का सबसे अच्छा तरीका है “खातेदार का नाम द्वारा खोजें” पर क्लिक करें
- खातेदार का नाम (जमीन के मालिक का नाम) को लिखने के बाद, नाम को सेलेक्ट करें.
- इसके बाद उदारण देखें पर क्लिक करें.
- उपरोक्त प्रक्रिया पूरी होने बाद कैप्चा कोड दर्ज करें और Continue बटन पर क्लिक करें.
- Continue बटन पर क्लिक करने के बाद एक नया पेज Open होगा.
- नया पेज पर आपको खसरा खतौनी से संबंधित भुगतान पेज ओपन होगा. इस पेज पर खसरा खतौनी और उस जमीन से जुड़ी जानकारी उपलब्ध होगा.
- इस प्रकार बहुत कम समय में ऑनलाइन खतौनी की नकल पता कर सकते हैं.
खतौनी क्यों जरूरी है?
खतौनी जमीन के लिए निर्धारित की जाने वाली ID है. खसरा खतौनी जमीन मालिक मलिक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि, ज्यादातर जमीन से जुड़ी जानकारी, सरकारी अधिकारियों के द्वारा बताई जाती है और खसरा खतौनी संख्या का पता होना बहुत जरूरी होता है साथ ही जमीन के लिए कानूनी परेशानी और किसी प्रकार के जमीन मे धोखाधड़ी से बचने में मदद करती है.
खसरा और खतौनी संख्या में क्या अंतर है?
खसरा में जमीन का रिकॉर्ड होता है जिसमें जमीन के विस्तार, स्थिति, विवरण, उपयोग मलिक की जानकारी होती है. वही खतौनी में जमीन के मालिक के बारे में जानकारी होती है जिसमें मलिक का नाम और उसके हिस्से की जानकारी होती है.
यह एक दस्तावेज होता है जिसमें जमीन की संपत्तिकर्ता और उपयोगकर्ता की पहचान होती है.
इन दोनों का उपयोग जमीन संबंधित विवादों या खरीदारी बिक्री के समय किया जाता है खसरा पी-द्वितीय रूप से बना है, जबकि खतौनी बीआई रूप से बना है जबकि पूर्व में 12 कॉलम है बाद वाले में 23 कॉलम है.
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खतौनी की नकल से जुड़े प्रश्न: FQAs
खसरा खतौनी की नकल देखने के लिए राज्य की ऑफिशल वेबसाइट https://upbhulekh.gov.in/ विजिट करें. खतौनी की नकल देखें विकल्प चुने. इसके बाद जनपद चुने, तहसील चुने, ग्राम चुने विकल्प को सेलेक्ट करें. इसके बाद आप खसरा नंबर ,खाता नंबर और खातेदार नाम (मलिक का नाम) को भरे. इस प्रकार आप कम समय में खसरा खतौनी का नकल निकाल सकते हैं
खतौनी संख्या उस जमीन के मालिक को जारी किया जाता है जिस पर खेती की जाती है. इसके अलावा खतौनी एक दस्तावेज है, जिससे भूमि के बारे में सभी जानकारी मिल जाती है.
खतौनी नंबर प्राप्त करने के लिए आप अपने तहसील या पंचायत के किसान सेवा केंद्र (CSC) जाएं. जहां पर आपको खतौनी नंबर की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिल सकती है.
अपने जमीन का नकल प्राप्त करने के लिए पहले अपने राज्य के अधिकारिक वेबसाइट पर जाए और नकल के विकल्प पर क्लिक कर मांगे गए सभी जानकारी डाले. अब सर्च के विकल्प पर क्लिक कर नकल डाउनलोड कर ले.