जब किसी जमीन की रजिस्ट्री की जाती है, तो तहसील कार्यालय द्वारा स्वामित्व की जाँच करने के लिए विक्रेता व क्रेता का डॉक्यूमेंट की जाँच की जाती है जिसमे कई दस्तावेज लगते है. जैसे, आधार कार्ड संपत्ति का दस्तावेज आदि. यदि संपत्ति के दस्तावेज में जमीन मालिक का नाम गलत होता है, तो नजदीकी रजिस्ट्रार ऑफिस से बदल सकते है.
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए हलफनामा तैयार करना पड़ता है. हल्फनाम मे क्रेता और विक्रेता का पूरा विवरण दर्ज किया जाता है. उसके बाद विज्ञापन का विस्तार करना होता, जिसमे अख़बार में अपना सभी विवरण जैसे संपत्ति का स्वामित्व, नाम पता आदि का विवरण करना करना पड़ता है. आइए इस पोस्ट के माध्यम से जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने की प्रक्रिया जानते है:
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने की डिजिटल प्रक्रिया
जमीन की डिजिटल प्रक्रिया बहुत ही आसान और घर बैठे लोगों के पास सुविधा प्रदान करने की विधि है. जमीन की डिजिटल प्रक्रिया एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे जमीन का सारा रिकॉर्ड एक वेबपोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता है. जमीन का रिकॉर्ड अलग अलग भागों में वेबपोर्टल पर अपलोड किया रहता है. जिससे कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा अनुसार नक्शा, खाता सम्बंधित सभी विवरण ऑनलाइन अपने घर बैठे देख व डाउनलोड कर सकता है.
डिजिटल इंडिया के तहत सभी राज्य द्वारा ऑनलाइन वेब पोर्टल की शुरुआत की गई है. जिसके अंतग्रत जमीन की डिजिटल प्रक्रिया भू सम्बंधित सभी कार्य को bhulekh वेबसाइट पर अलग-अलग राज्य द्वारा अपलोड कर दिया गया है. जिससे अलग-अलग राज्य के लोग घर बैठे अपने मोबाइल पर जमीन सम्बंधित सभी विवरण किसी भी इंटरनेट ब्राउज़र पर सर्च कर सकते है.
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स
- हलफनामा विवरण स्टांप पेपर पर कम से कम 10 रुपये का रखें और निम्न दस्तावेज का फोटो कॉपी.
- संपत्ति का स्वामित्व
- खरीदार और विक्रेता का नाम
- खरीदार और विक्रेता का पता
- खरीदार और विक्रेता के हस्ताक्षर
- दो पासपोर्ट आकार के फोटो कॉपी को सहेंजे
- दावेदार और दो गवाहों द्वारा प्रिंट में हस्ताक्षरित और दोनों गवाहों का संपूर्ण विवरण
- पहचान प्रमाण पत्र के रूप में सरकार द्वारा अनुमोदित पैन कार्ड, आधार कार्ड, जैसे डॉक्यूमेंट रखें
- भुलेख नाम की पहली अखबार की कतरन विज्ञापन विवरण में बदलाव
- एक A4 size पेज पर प्रारूप में विधिवत हस्ताक्षरित और सत्यापित पूरा आवेदन पत्र का होना अतिआवश्यक है
- एक ऐसा पत्र तैयार करें जिसमे लिखा गया हो, की आवेदन की हार्ड कॉपी और सॉफ्ट कॉपी पर दी गई जानकारी सही और सत्य है
- उच्च अधिकारियों के पास आवेदन पत्र जमा करें
- पंजीयन शुल्क का रिसीविंग प्राप्त डॉक्यूमेंट पास रखें
जमीन रिकॉर्ड में नाम कैसे बदले
जब किसी जमीन की रजिस्ट्री कराते है, तो उस रजिस्ट्री दस्तावेज की फोटो कॉपी कराते है. क्योंकि, कई बार रजिस्ट्री कॉपी में गलती हो जाती है. जिसको लेकर जमीन की खरीदारी में कई समस्या उत्पन्न हो जाती है. यदि आपके भी रजिस्ट्री रिकॉर्ड के नाम में गलती हुई है, तो उसे ठीक करने के लिए आपको निम्न प्रक्रिया को फॉलो करना होगा.
स्टेप 1: एक हलफनामा तैयार करे
सबसे पहले हलफनामा तैयार करें जिसमे दो नोटरी द्वारा आधिकार प्राप्त होना चाहिए. हलफनामा में पुराने मालिक का नाम व नये मालिक का नाम लिखित रहना चाहिए, जिसमे शुद्ध अक्षरों में लिखा हो कि किस कारण वस मालिक का नाम बदला जा रहा है.
स्टेप 2. जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन डालें:
नागरिक अपने सुविधा अनुसार मालिक का नाम बदलने के बाद किसी अख़बार में विज्ञापन के माध्यम से नाम बदलने की प्रक्रिया नागरिको को बतानी होगी. अखबार में विज्ञापन अपने राज्य के भाषा में दें या वर्तमान समय में सबसे ज्यादा बोले जानेवाले भाषा इंग्लिश में दें.
संपत्ति का विवरण विस्तार से करें
- नये मालिक का नाम
- पुराने मालिक का नाम
- दोनों मालिक का संपूर्ण पता व जन्मतिथि आदि विवरण विस्तार से करें.
स्टेप 3. राजपत्र में नोटिस जमा करें.
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए जो विज्ञापन आपने दिया था उसे भू सम्बंधित कार्यालय में जमा करें. और साथ में अपने दस्तावेज की फोटो कॉपी भी जोड़ें और कार्यालय में जमा करे.
स्टेप 4. भूमि रजिस्ट्री कार्यालय में जाँच करें:
आपकी जमीन की रजिस्ट्री की हुई दस्तावेज में नाम बदला है या नहीं. यह जानने के लिए भूमि रजिस्ट्री कार्यालय में जाकर निम्न प्रक्रिया को पूर्ण करें.
- दावे का समर्थन करने के लिए दस्तावेज साथ ले कर जाएँ
- कुछ न्यूनतम राशी के साथ दस्तावेज को जमा करें.
स्टेप 5. सत्यापन करने की प्रक्रिया:
सभी प्रकिया को पूर्ण करने के बाद कार्यालय द्वारा भूमि रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए आपके द्वारा जमा किए गए सभी डाक्यूमेंट्स जाँच किया जाएगा. फिर जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा.
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने में लगभग 20 दिन तक लग सकते है. उपरोक्त प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद update किया हुआ दस्तावेज की कॉपी आपको प्रदान कर दी जाएगी.
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जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने से सम्बंधित प्रश्न: FAQs
जमीन रिकॉर्ड में नाम निम्न दस्तावेज की मदद से बदल सकते है.
संपत्ति का स्वामित्व
खरीदार और विक्रेता का नाम
खरीदार और विक्रेता का पता
खरीदार और विक्रेता के हस्ताक्षर
संपत्ति का स्थान
संपत्ति का आकार
संपत्ति का मूल्य
जमीन रिकॉर्ड में नाम update की समय निश्चित नहीं होती कभी कम तो कभी ज्यादा समय लग जाते है. जिसमे आधिकतर देखा जाये तो, 20 दिन लग जाते है.
जमीन रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए निम्न प्रक्रिया को पूर्ण करें.
• हलफनामा जमा करना
• लोकल समाचार पत्रों में विज्ञापन देना
• राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित करना
• भूलेख कार्यालय में आवेदन करना
उपरोक्त प्रक्रिया पूर्ण करने के कुछ सप्ताह बाद कार्यालय द्वारा नाम update कर दिया जाता है.