किसी भी जमीन का म्यूटेशन एक प्रकार का प्रमाण पत्र है जो किसी विशेष संपत्ति या भूमि के स्वामित्व को साबित करने में मदद करता है. इसलिए, संपत्ति अर्थात, जमीन खरीदते समय इस दस्तावेज़ को हमेशा जांचना चाहिए. क्योंकि, म्यूटेशन सर्टिफिकेट के बिना, संपत्ति बेची भी नहीं जा सकती है. इसलिए, जितनी जल्दी हो सके इसे निकाले और अपने पास सुरक्षित करें. यदि आपको नहीं पता है की जमीन का म्यूटेशन कैसे चेक करें , तो निचे इसे निकालने की प्रक्रिया बताया गया है जिसे फॉलो कर सकते है.
संपत्ति से जुड़े सभी कानूनी लेनदेन में संपत्ति काम्यूटेशन करना अनिवार्य है. जब संपत्ति का स्वामित्व बदल जाता है तो टैक्स देनदारी तय करने के लिए म्यूटेशन आवश्यक हो जाता है. आइए जमीन का म्युटेशन चेक करने की पूरी प्रक्रिया जानते है.
ऑनलाइन जमीन का म्यूटेशन स्टेटस कैसे चेक करें
किसी भी जमीन का e-mutation निकालने के लिए निचे स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस दर्शया गया है, जिसे फॉलो कर अपने प्रॉपर्टी का ई म्यूटेशन स्टेटस चेक कर सकते है.
जमीन का म्यूटेशन स्टेटस चेक करने के लिए बिहार के अधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/ को ओपन करे.
ऑफिसियल वेबसाइट के होम पेज विभिन्न प्रकार के विकल्प दिखाई देगा. होम पेज से निचे आए आपको “DCLR म्यूटेशन अपील कोर्ट” का विकल्प दिखाई देगा.
ऑनलाइन म्युटेशन चेक करने के लिए “DCLR म्यूटेशन अपील कोर्ट” पर क्लिक करे.
क्लिक करने के बाद एक और पेज ओपन होगा. इस पेज पर Mutation Status देखने के दो विकल्प दिखाई देगा.
यदि आपके पास टोकन नंबर है, तो Token Status पर क्लिक करे. और यदि Case Number है, तो Case Status पर क्लिक करे.
किसी एक विकल्प पर क्लिक करने के बाद एक नया पेज खुलेगा.
नए पेज पर अपना टोकन नंबर डाले और “Search” के विकल्प पर क्लिक करे.
क्लिक करते ही जमीन का म्यूटेशन स्टेटस स्क्रीन पर दिखाई देगा. इसे प्रिंट या डाउनलोड कर सकते है.
ध्यान दे: बिहार में जमीन का म्यूटेशन स्टेटस तभी चेक कर सकते है. जब इसके लिए अपने पहले से आवेदन किया है. क्योंकि, रजिस्ट्रेशन के बाद ही Case Number या टोकन नंबर उपलब्ध किया जाता है.
Note: म्यूटेशन स्टेटस निकालने की प्रक्रिया राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है. क्योंकि, बिहार में टोकन या केस नंबर माँगा जाता है. जबकि दुसरे राज्यों में जिला, तहसील, गाँव आदि की जानकारी माँगा जाता है.
उपरोक्त प्रोसेस के मदद निम्न राज्यों के भी म्युटेशन स्टेटस चेक कर सकते है:
अपने राज्य के अनुसार अधिकारिक वेबसाइट पर जाए और ऊपर दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर जमीन का म्यूटेशन निकाल सकते है.
जमीन का म्यूटेशन कितने दिन में होता है?
जमीन का म्यूटेशन एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें किसी संपत्ति के मालिकाना हक को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को स्थानांतरित किया जाता है.
यह प्रक्रिया रजिस्ट्रार अधिकारियों द्वारा की जाती है. इसके साथ संपत्ति के दस्तावेज में नए मालिक का नाम अपडेट किया जाता है.
जमीन का म्यूटेशन लगभग 35 दिनों में होता है, लेकिन आवेदन में किसी प्रकार की कोई कमी या गलती पाया जाता है, तो म्यूटेशन कराने में इससे अधिक भी समय लग लगता है.
शरांश:
ऑनलाइन जमीन का म्यूटेशन कैसे चेक करे के लिए पहले अपने राज्य के अधिकारिक वेबसाइट पर जाए और म्यूटेशन स्टेटस पर क्लीक कर अपना जिला, तहसील, गाँव, मोबाइल नंबर, मांगे गए सूचना के आधार पर दर्ज करे. इसके बाद काप्त्चा कोड दर्ज कर Search पर क्लिक करे. क्लिक करने के बाद म्यूटेशन स्टेटस स्क्रीन पर आ जाएगा.
Note: यदि जमीन का म्यूटेशन स्टेटस दिखाई नही देता है, तो अधिकारिक वेबसाइट पर दिए टोल फ्री नंबर पर कॉल कर इसकी जानकारी प्राप्त अवश्य कर ले.
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पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQs
ऑनलाइन जमीन म्यूटेशन लगभग 35 दिन में होता है, जबकि यदि किसी आवेदन कोई गलती होती है, तो म्यूटेशन लगभग 75 दिनों में होता है. अर्थात जमीन का म्युटेशन आपके आवेदन पर निर्भर करता है.
जमीन का म्युटेशन का मतलब जमीन को दुसरे के नाम ट्रान्सफर करना होता है. अर्थात, संपत्ति एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित करना होता है.
हाँ, लेकिन बिना म्युटेशन पेपर दिखाए जमीन बेचना मुश्किल होता है. हालांकि, म्युटेशन सर्टिफिकेट क़ानूनी रूप से अनिवार्य नही है.
जमीन का म्यूटेशन कराने के लिए खरीदार को अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ म्युनिसिपल दफ्तर में जाना पड़ता है. दस्तावेजों को जमा करने के बाद डिपार्टमेंट द्वारा प्रॉपर्टी की वेरिफिकेशन कर म्यूटेशन सर्टिफिकेट जारी किया जाता है.