यदि किसी बंधक जमीन की रजिस्ट्री करना चाहते है, तो बंधक जमीन की रजिस्ट्री कराना एक महत्वपूर्ण कानूनी प्रक्रिया है, जो ऋणदाता और ऋणी दोनों के अधिकारों के अनुसार होता है. इसकी प्रक्रिया जटिल हो सकती है, इसलिए बंधक जमीन की रजिस्ट्री कराने से पहले सभी आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों को इकट्ठा कर लें.
क्योकि बहुत से लोग ऐसे है, जो बिना कुछ सोचे समझे बंधक जमीन की रजिस्ट्री के लिए चले जाते है. जिसके बाद आपके साथ फिर्जिवाडा हो जाता है और आप खरीदार और विक्रेता के बिच विवाद हो जाता है, जिसके कारण काफी नुकसान होता है. इसलिए इस पोस्ट में बंधक जमीन की रजिस्ट्री कैसे कराए इसकी सभी प्रकिया को उपलब्ध किया गया है. जिसे मद्दद से जानकारी को प्राप्त कर सकते है.
बंधक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
बंधक जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए, ऋणदाता और ऋणी दोनों, की कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजो की आवश्यकता होती है. जो इस प्रकार है.
- बंधक विलेख
- बंधक जमीन का खसरा नंबर
- जमीन का क्षेत्रफल
- जमीन का नक्शा
- Mutation
- NOCs (No Objection Certificates
- ऋणदाता और ऋणी दोनों के आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़ी लेटेस्ट रसीदें: प्रॉपर्टी चालान
- बैंक चेक: स्टाम्प पेपर में इसका विवरण दिया जाता है.
- गवाह का पहचान पत्र: आधार कार्ड, वोटर आईडी, आदि.
बंधक जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाएं
- बंधक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए विभिन्न प्रकार के कागजात, प्रमाण पत्र, गवाह आदि शामिल करना होता है. इसलिए, निचे जमीन की रजिस्ट्री काराने की सभी प्रक्रिया बताया गया है.
- बंधक जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए पहले रजिस्ट्री ऑफिस में जाए और किसी वकील और रजिस्ट्रार से मिलकर स्टैम्प ड्यूटी पेपर बनवाए.
- रजिस्ट्रार खरीदार और विक्रिता दोनों पक्षों से जरुरी दस्तावेज मांग करेगा और वकील द्वारा रजिस्ट्री पेपर यानि बंधक विलेख तैयार कर दिया जाएगा.
- अब बंधक विलेख को लेकर दोनों को रजिस्ट्री कार्यालय में उपस्थित होना होगा.
- इसके बाद बंधक विलेख पर दोनों पक्षों को हस्ताक्षर करना होगा. इसके बाद रजिस्ट्रार द्वारा दोनों व्यक्ति से प्रमाणित करवाएगा.
- इसके बाद खरीदार को रजिस्ट्री प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा जो बंधक जमीन के मालिक है.
ध्यान दे: जिस व्यक्ति ने बंधक जमीन की रजिस्ट्री करेगा. उस व्यक्ति को बंधक जमीन पर जितनी राशी का बैंक द्वारा लोन लिया गया हो या किसी दुसरे व्यक्ति के बंधक में है, उसका पैसा चुकाना होगा.
बंधक जमीन रजिस्ट्री करने से पहले क्या करे
यदि किसी व्यक्ति ने अपने जमीन पर लोन लिया है या किसी व्यक्ति के पास गिरवी रखा है. तो वैसे जमीन की रजिस्ट्री करने से पहले इस बातो पर ध्यन दे, जो इस प्रकार है.
- जिस व्यक्ति द्वारा उस जमीन पर लोन दिया गया है, उस व्यक्ति द्वारा पेश किए गए ब्याज दरों, शुल्कों और शर्तों की तुलना करें.
- ऋणदाता की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता के बारे में जांच करें.
- अपनी आवश्यकता और बजट का ध्यान रखे.
- बंधक विलेख में सभी शर्तों और दायित्वों को ध्यान से पढ़ें
- इसके बाद जाँच करे कि ऋण राशि, ब्याज दर, भुगतान अवधि, और बंधक रखी गई संपत्ति का विवरण सही है.
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को प्राप्त करें.
- रजिस्ट्री शुल्क और अन्य शुल्कों का पता कर ले.
- बंधक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए दोनों पक्षों के तरफ से गवाह लेकर जाए.
पूछे जाने वाले सामन्य प्रश्न: FAQs
बंधक जमीन का रजिस्ट्री हो सकता है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है. लेकिन रजिस्ट्री के बाद बंधक जमीन के लोन की राशी को चुकाना होगा. अन्यथा बैंक उस जमीन पर क़ानूनी करवाई कर सकती है. और आपके रजिस्ट्री रद्द हो सकती है.
बैंक में बंधक जमीन को मुक्त कराने व जमीन बंधक दर्ज कराने के लिए सभी शुल्क को जमा करना होगा. और इसके बाद आवेदन कर बैंक के बंधक जमीन को मुक्त करा सकते है.
बंधक जमीन की रजिस्ट्री देखने के लिए सबसे पहले यूपी भूलेख पोर्टल – https://upbhulekh.gov.in/ पर जाकर होमपेज पर खतौनी (13 कॉलम) की नकल देखें पर क्लिक कर बंधक जमीन की रजिस्ट्री देख सकते है.
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