किसी भी जमीन का खसरा संख्या और गाटा संख्या एक महत्वपूर्ण नंबर होता है, जिससे उस जमीन की पहचान होती है. यदि किसी भी जमीन की विवरण की जानकारी प्राप्त करनी हो, तो उस जमीन की खसरा नंबर की आवश्यकता होती है. इसलिए खसरा नंबर और गाटा नंबर के बारे में जानकारी होना आवश्यक है, क्योकि आज के समय में सभी भूमि रिकॉर्ड को ऑनलाइन कर दिया गया है.
भूमि सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए खसरा संख्या और गाटा संख्या की आवश्यकता होती है, लेकिन अधिकांस लोगो खसरा खसरा संख्या और गाटा संख्या के बारे में जनकारी नही है. इसलिए इस आर्टिकल में खसरा संख्या और गाटा संख्या के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दिया गया है, जिसे पढ़ कर गाटा संख्या और खसरा संख्या में क्या अंतर पता कर सकते है.
खसरा संख्या क्या है
भारत के किसी भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जमीन के प्रत्येक टुकड़े को दी जाने वाली एक पहचान संख्या होता है. और खसरा संख्या किसी भी जमीन का एक आवश्यक दस्तावेज है. जिससे उस जमीन के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाता है. यह संख्या राजस्व विभाग के द्वारा जमीन को मालिक को दी जाती है.
जमीन के खसरा नंबर के माध्यम से उस जमीन की सारी डिटेल्स आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. जैसे: उस जमीन का नक्शा, उस जमीन का मालिक कौन है, जमीन का खतौनी आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते है.
गाटा संख्या क्या है
गाटा संख्या किस भी जमीन का एक पहचान संख्या होता है. जिससे भूलेख में भूमि के टुकड़े को पहचानने के लिए उपयोग किया जाता है. और गाटा संख्या भूमि के स्वामित्व, क्षेत्रफल, भू-उपयोग और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को दर्शाता है.
आसान भाषा में यह कह सकते हैं कि किसी भी गावं के जमीन के पूर्ण क्षेत्रफल को छोटे-छोटे टुकड़ो में विभक्त होती है. जिसे गाटा संख्या के माध्यम से ही पहचाना जाता है. जैसे शहरी क्षेत्रों में भूमि के प्रत्येक टुकड़े को प्लॉट नंबर दिए जाते हैं. ठीक उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में गाटा सख्या राजस्व विभाग द्वारा दी जाती है.
खसरा और गाटा संख्या में क्या अंतर
खसरा संख्या और गाटा संख्या में कोई अंतर नहीं होता है. दोनों एक ही चीज को दर्शाते हैं. यदि किसी ग्रामीण क्षेत्र स्थित जमीन के प्रत्येक टुकड़े है. जिसके पहचान के लिए सरकार ने मालिक को गाटा संख्या या खसरा संख्या प्रदान करता है.
जिससे उस जमीन के बारे में पूरी विवरण की जानकारी को प्राप्त किया जा सके. यह संख्या आपको भूमि के स्वामित्व, क्षेत्रफल, फसल, मिट्टी के प्रकार, सिंचाई सुविधाओं आदि जैसे महत्वपूर्ण विवरणों को प्राप्त करने में मदद करती है.
- खसरा संख्या, गांवों में ज़मीन के एक टुकड़े को दी जाने वाली संख्या है. वहीं, गाटा संख्या राजस्व गांव या तहसील के भीतर इस्तेमाल की जाने वाली संख्या है.
- ध्यान दे: खसरा नंबर, शहरी इलाकों में प्लॉट नंबर या सर्वे नंबर की तरह उपयोग में आती है.
- तथा गाटा संख्या, भूमि रिकॉर्ड या भूलेख की पहचान करने के लिए उपयोग में आती है.
खसरा/गाटा संख्या से जमीन कैसे देखे
खसरा या गाटा संख्या से जमीन देखने के लिए निचे दिए गए प्रोसेस को फॉलो कर अपनी जमीन की जानकारी को प्राप्त कर सकते है.
- खसरा या गाटा संख्या से जमीन देखने के लिए सबसे पहले अपने राज्य के राजस्व परिषद के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाए.
- ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद खतौनी (अधिकार अभिलेख) की नकल देखें के आप्शन पर क्लिक करे.
- इसके बाद काप्त्चा कोड दर्ज कर submit बटन पर क्लिक करे.
- फिर उत्तर प्रदेश के सभी जिलो यानि जनपद चुने का नाम आ जाएगा. जिसमे अपने जिला के नाम पर क्लिक करे.
- इसके बाद जिले के अंतर्गत आपने वाली सभी तहसील के नाम दिखाई देगा. इसमें अपने तहसील को सेलेक्ट करे.
- अब तहसील के अंतर्गत आने वाली सभी गाँव का नाम दिखाई देगा. इसमें अपने गावं का नाम पर क्लीक करे.
- इसके बाद अगले पेज में रियल टाइम खतौनी का नक़ल देखने के लिए चार विकल्प दिखाई देगा. जो इस प्रकार है.
- खसरा/ गाटा संख्या दुवारा खोजें
- खाता संख्या दुवारा खोजें
- खातेदार के नाम दुवारा खोजें
- नामांतरण दिनांक से खोजें
- इस दिए गए चारो विकल्प में से खसरा/ गाटा संख्या को सेलेक्ट करे.
- अब निचे दिए गए सर्च बॉक्स में टाइप करे. यदि गाटा संख्या, खाता संख्या या खातेदार के नाम द्वारा देखना चाहते है तो उसे दर्ज कर खोजे के आप्शन पर क्लिक करे.
- इसके बाद आपके नाम से भू अभिलेख का विवरण ओपन हो जाएगा. उसे सेलेक्ट कर “उद्धरण देखे” के आप्शन पर क्लिक करे.
- अब अगले पेज में कैप्चा कोड को दर्ज कर Continue बटन पर क्लिक करें.
- इसके बाद भुलेख का विवरण स्क्रीन ओपन हो जाएगा. जिसमे जमीन की जनकारी को देख सकते है.
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQs
गाटा संख्या वह नंबर है, जो गावं के अंतर्गत आने वाली ज़मीन के हर टुकड़े की पहचान को बताता है. जिससे जमीन की जानकारी को प्राप्त किया जा सकता है.
खसरा संख्या और गाटा संख्या में कोई अंतर नहीं होता है. दोनों एक ही चीज को दर्शाते हैं. जिसके पहचान के लिए सरकार ने मालिक को गाटा संख्या या खसरा संख्या प्रदान करता है. इस नंबर से जमीन के विवरण को प्राप्त किया जा सकता है.
जमीन का खसरा नंबर जमीन का एक पहचान नंबर होता है. जिसका उपयोग जमीन के सभी जनकारी को प्राप्त किया जा सकता है.