घर का पट्टा एक ऐसा दस्तावेज है, जिससे यह प्रमाणित होता है, की घर का स्वामित्व और विनिमय की क्रिया पूर्ण मालिक का है. किसी भी घर का पट्टा नजदीक कार्यालय या ग्राम पंचायत द्वारा पूर्ण करने के बाद किया जाता है.
घर का पट्टा बनाने के लिए कुछ आवश्यक डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है. इसमें सबसे पहले आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण करनी होती है, जिसमे लगनेवाले दस्तावेज आवेदक का नाम, आवेदक का पता, आवेदक का निवास प्रमाण पत्र आदि डॉक्यूमेंट को सामिल किया जाता है.
घर का पट्टा बनाने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए से सम्बंधित सभी प्रक्रिया पूर्ण रूप से इस आर्टिकल में स्टेप by स्टेप बताया गया है, जिसे आप फॉलो कर पट्टा बनवा पाएँगे.
घर का पट्टा कौन बनाता है
घर का पट्टा बनाने के लिए अलग-अलग स्थान की अलग-अलग प्रक्रिया निम्न है.
किसी भी व्यक्ति द्वारा अगर घर का पट्टा बनाया जा रहा है, तो वह नजदीकी स्थानिय द्वारा तहसील कार्यालय में बनाया जाता है.
अगर ग्रामवार में घर का पट्टा बनवाना है, तो ग्राम पंचायत द्वारा घर का पट्टा बनाया जाता है. जिसमे पंचायत घर का पत्ता प्रमाण पत्र जरी करता है.
अगर घर का पट्टा शहर वाले क्षेत्र में बनवा रहे है, तो घर का पट्टा नगर पालिका या नगर निगम पंचायत करती है.
घर का पट्टा कैसे बनवाया जाता है.
- आवेदक को अपने स्थानीय राजस्व कार्यालय में जाकर पट्टा बनाने के लिए आवेदन पत्र भरना होगा.
- आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने
- राजस्व कार्यालय आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच करेगा।
- यदि आवेदन पत्र और दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो राजस्व कार्यालय पट्टा जारी करेगा
घर का पट्टा बनाने में कितना खर्च आता है
घर का पट्टा बनाने में लगनेवाले खर्च निश्चित नहीं होता कभी ज्यादा तो कभी कम पैसे लगते है. यह अलग-अलग चरणों पर निर्भर करता है.
दस्तावेज शुल्क, स्टाम्प शुल्क, और अन्य शुल्क में लगभग (10000) दस हजार से (20000) बीस हजार तक का खर्च आ जाता है.
निम्न कारणों पर भी घर का पट्टा बनाने में खर्च अलग-अलग लगता है.
- घर यदि शहर वाले क्षेत्र में है, तो घर का पट्टा बनाने में पैसा ज्यादा लगता है.
- घर यदि ग्रामवासी वाले क्षेत्र में है, तो घर का पट्टा बनाने में पैसा कम लगता है.
- यदि घर का आकार बड़ा है, तो घर का पट्टा बनाने में ज्यादा खर्च लगता है.
- यदि घर का आकार छोटा है, तो घर का पट्टा बनाने में कम खर्च लगता है.
- घर का पट्टा राज्य और स्थान पर भी निर्भर करता है. क्यूकि अलग-अलग राज्य द्वारा घर का पट्टा बनाने के लिए शुल्क अलग-अलग होती है.
घर का पट्टा रजिस्ट्रेशन कैसे होता है
घर का पट्टा रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्न दस्तावेज की आवश्यकता होती है.
पहले चरण में आवेदन पत्र तैयार करने के लिए निम्न चरणों का पालन करें.
- आवेदक का नाम
- आवेदक का पता
- आवेदक का पहचान पत्र
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र
- मकान की फोटो कॉपी
- पट्टा सम्बंधित सभी दस्तावेज जमा करें.
- शुल्क के रूप में भुगतान प्रक्रिया को पूर्ण करें.
- संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद घर का पट्टा प्राप्त करें.
घर का पट्टे बनाने की अवधि कितनी समय तक होती है
- घर का पट्टे बनाने की अवधि नियम और स्थान पर निर्भर करती है.
- रेगुलर देखा जाये, तो घर का पट्टा की अवधि 50 साल तक मान्य होता है.
- कभी-कभी घर का पट्टा की अवधि 99 साल या 100 साल तक मान्य होता है.
घर का पट्टा बनाने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए
- आवेदक यदी अनुसूचित या अनुसूचित जनजाति का है, तो जाती प्रमाण पत्र की भी आवश्यकता होती है.
- घर का पट्टा बनाने के लिए आवेदन पत्र, पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र की सभी आवश्यकता होती होती है.
- समान्य रूप से निम्न डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है.
- आवेदन पत्र
- आवेदक का पहचान पत्र: जैसे, आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र: जैसे वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल, टेलीफोन बिल आदि
- भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र: जैसे, रजिस्ट्री, बिक्री विलेख, दानपत्र, विरासत प्रमाण पत्र आदि
- मकान की फोटो
- पटवारी की रिपोर्ट
पट्टा सम्बंधित प्रश्न:
घर का पट्टा सम्बंधित प्रश्न: FAQs
घर का पट्टा बनाने में निम्न डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है.
आवेदन पत्र
आवेदक का पहचान पत्र
मकान की फोटो
पटवारी की रिपोर्ट
आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र
घर का पट्टा बनाने में स्थान और राज्य के नियम के द्वारा घर के पट्टा पर खर्च लगाया जाता है. आम तौर पर घर का पट्टा बनाने में लग-भाग 10 से 20 हजार तक खर्च आता है.
घर का पट्टा तहसील या राजस्व कार्यालय द्वारा बनाया जाता है. अगर ग्रामवार स्थान पर घर का पट्टा बनाया जा रहा है, तो ग्राम पंचायत या नजदीकी तहसील कार्यालय द्वारा घर का पट्टा बनाया जाता है.
गहर की पट्टा बनाने की अवधि समय 50 साल तक होती है.
कभी कभी घर की पट्टा अवधि अपने सुविधा अनुसार 99 से 100 साल तक मान्य होती है.
घर की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया निम्न चरणों के बाद पूर्ण होती है.
>आवेदक का नाम
>आवेदक का पता
>आवेदक का पहचान पत्र
>आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
>भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र
>मकान की फोटो कॉपी