कोई जमीन या घर खरीदने से पहले उस प्रॉपर्टी का रजिस्ट्री करवाते है ताकि भविष्य में उस जमीन से संबंधित किसी भी प्रकार का कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. सरकार किसी भी जमीन की रजिस्ट्री करने से पहले विभिन्न प्रकार की जानकारी की मांग करती है ताकि किसी प्रकार की कोई धोखा न हो.
क्योंकि आज के समय में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो लोगों को बेवकूफ बनाकर उसकी प्रॉपर्टी हथियाने के चक्कर में रहते हैं. इसलिए, कोई भी जमीन या नए घर खरीदते समय ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है, जिससे रजिस्ट्री कराते समय उस प्रॉपर्टी में कोई अन्य व्यक्ति का नाम ना आ सके.
प्रॉपर्टी रजिस्ट्री में एक स्वामी का स्वामित्व ख़त्म कर दुसरे व्यक्ति के नाम जमीन रजिस्ट्री कर दी जाती है. इस प्रक्रिया से प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन संपन्न हो पता है. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सभी दस्तावेज सही होने पर लगभग 30 दिनों का समय लगता है. रजिस्ट्रेशन सम्बंधित सभी प्रक्रिया इस आर्टिकल में बताई गई है जिसको फॉलो कर बेहद कम समय में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में कितना समय लगता है की जानकारी प्राप्त कर सकते है.
प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में कितना समय लगता है?
प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कराने की जो भी प्रक्रिया है, वह काफी लंबी होती है. इसलिए, आपको इसमें थोड़ा समय लग सकता है. क्योकि, किसी भी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करने के लिए बहुत सारे दस्तावेजो को वेरीफाई करवाना होता है. उसके बाद आपकी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन होता है.
अगर आपके प्रॉपर्टी के सभी दस्तावेज सही है और आपने रजिस्ट्रेशन की हर एक प्रक्रिया को पार कर लिया है, तो लगभग 30 दिनों में आपकी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हो जाएगी. इसके बाद ही आपको दाखिल खारिज या अन्य जानकारी हेतु आगे बढ़ना होता है.
प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसी भी प्रॉपर्टी को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज लगते है. जो सरकार के द्वारा वेरीफाई की जाती है.
- पहचान पत्र,
- आधार कार्ड,
- पैन कार्ड,
इसके अलवा अगर कोई व्यक्ति किसी दुसरे व्यक्ति के प्रॉपर्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए, उस व्यक्ति के प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करा रहा है, तो उस जमीन पर पावर ऑफ अथॉरिटी दिखानी पड़ती है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की उस प्रॉपर्टी से संबंधित सभी दस्तावेज होना चाहिए. तभी आपकी प्रॉपर्टी आपके नाम पर रजिस्टर हो पायेगी.
प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कराने में होने वाला खर्च
प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन कराने से पहले किसी के भी मन में सवाल यह आता है की प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कराने में कितना खर्च आता है. चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो बात पैसा का ही आता है. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लंबी होती है, जिसके लिए हर एक स्टेप में थोड़ा टाइम लगता है, और रजिस्ट्री अन्तर्गत 5.20 प्रतिशत का रजिस्ट्री शुल्क लगता है.
लेकिन इसके अंतर्गत कुछ शर्ते भी लागु किये गये है जिसेके अनुसार प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री पुरुषों के नाम पर होती है, तो उन्हें 6.25 फीसदी शुल्क देना होता है. जो की मुद्रांक शुल्क 5.25 फीसदी और निगम सीमा एक प्रतिशत जोड़ा जाता है.
इस तरह अब आपको यह पता चल गया होगा की प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कितना खर्च आता है. कलेक्टर गाइड लाइन के अनुसार आपके जमीन की कीमत का 6.25 प्रतिशत रुपये शुल्क के रूप में देना पड़ता है.
जमीन रजिस्ट्री के बाद दाखिल खारिज में समय लगता है
जमीन की रजिस्ट्री लगभग एक दिन में पूरा हो जाता है. लेकिन भूमि दाखिल में समय लगने का मुख्य कारण आवेदन के बाद जांच से लेकर सभी स्तर के कर्मियों के लिए समय सीमा निर्धारित की जाती है.
दाखिल खारिज के लिए यदि आवेदन सही है और कोई आपत्ति नहीं है, तो पहले इस कार्य के लिए 18 दिन का समय निर्धारित किया गया था, जिसे बढ़ाकर 35 दिन कर दिया गया है. पहले आपत्ति की समय सीमा 60 दिन थी, जिसे अब बढ़ाकर 75 दिन कर दिया गया है. इसलिए, दाखिल खारिज में लगभग 90 दिनों का समय लगता है.
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पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कराने में कितना पैसा लगता है?
किसी भी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन कराने में कलेक्टर गाइड लाइन के अनुसार आपके जमीन की कीमत का 6.25 प्रतिशत रुपये शुल्क के रूप में देना पड़ता है.
Q. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कौन करता है?
किसी भी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जो जमीन बेच रहा है, और जो जमीन खरीद रहा है उन दोनों को एक साथ रजिस्ट्रार ऑफिस में जाना पड़ता है. तब रजिस्ट्रार ऑफिस के रजिस्ट्रार रजिस्ट्रेशन करता है.
Q. जमीन रजिस्ट्री में कितना समय लगता है?
जमीन रजिस्ट्री के लिए समय की अवधी विभिन्न स्थितियों पर निर्भर करता है. इसलिए, इसके लिए कुछ दिन, कुछ महीनों या साल लग सकता है. लेकिन समय तौर पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्री करने में 30 से 90 दिनों का समय लगता है.