किसी भी जमीन का एग्रीमेंट एक ऐसा कानूनी दस्तावेज है, जिसमें जमीन की खरीद, बिक्री या भाड़े पर देने की समस्त जानकारी उपलब्ध होती है. एग्रीमेंट जमीन मालिक किसी अन्य व्यक्ति को बेचने या भाड़े पर देने के समय तैयार करता है, ताकि आगे चल कर आपस में किसी भी प्रकार का कोई विवाद न हो.
लेकिन जमीन का एग्रीमेंट एक निश्चित समय के लिए बनाया जाता है, जिससे दुसरे व्यक्ति उस जमीन पर अपना दावा नही कर सके. जमीन का एग्रीमेंट तीन साल का होता है. इसकी अवधि बढ़ाने के लिए पुनः रजिस्ट्रेशन कराना होता है. इस एग्रीमेंट में जमीन खरीदने और बेचने से सम्बंधित सभी प्रकार की लिखित जानकारी होती है, जिसमें वकील प्रमुख भूमिका होता हैं.
जमीन एग्रीमेंट कितने प्रकार के होते हैं
किसी भी जमीन का एग्रीमेंट उस जमीन के स्थिति और उस व्यक्ति के अनुसार विभिन्न हो सकते है. लेकिन यहाँ कुछ एग्रीमेंट के प्रकार दिया गया है.
- जमीन बेचने का एग्रीमेंट
- जमीन विकास का एग्रीमेंट
- जमीन किराये का एग्रीमेंट
- जमीन वसूली का एग्रीमेंट
जमीन एग्रीमेंट के नियम
किसी भी जमीन को खरीदते या बेचते समय या फिर भाड़े पर देने के लिए एक लिखित दस्तावेज बनाया जाता है. जिसे जमीन एग्रीमेंट कहा जाता है. जमीन एग्रीमेंट में खरीदार और विक्रेता के अधिकारों और जिम्मेदारियों को निर्धारित किया जाता है. और दोनों पक्षों के नाम, पते और संपर्क विवरण को शामिल किया जाता है. यदि कोई तीसरा व्यक्ति है तो उसका भी जानकारी शामिल होनी चाहिए.
इसके बाद जमीन एग्रीमेंट में कैसा जमीन है, जमीन का क्षेत्रफल, सर्वेक्षण संख्या, खसरा नंबर क्या है, उस जमीन पर कौन से कार्य किया जाएगा आदि सभी जानकारी को सामिल किया जाता है.
इसके बाद उस जमीन पर कितना राशी भुगतान किया गया है के जानकारी के साथ जमीन एग्रीमेंट पर दोनों पक्षों का हस्ताक्षर होता है.
जमीन एग्रीमेंट कैसे होता है
जमीन का एग्रीमेंट खरीदार और विक्रेता के सहमती से होता है. जो सब रजिस्ट्री कार्यालय में किया जाता है. यदि आप स्वयं एग्रीमेंट लिख रहे हैं, तो एक वकील से सलाह ले या नमूना दस्तावेज का उपयोग कर नियम के अनुसार एग्रीमेंट तो तैयार करे.
कई राज्यों में जमीन एग्रीमेंट के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य है. क्योकि पंजीकरण सार्वजनिक रिकॉर्ड में दर्ज करता है और उस नियम को लागु करने के योग्य बनाता है.
जमीन का एग्रीमेंट कितने दिन का होता है
जमीन का एग्रीमेंट एक निश्चित समय अवधि के लिए नही होता है, क्योकि यह विक्रेता और खरीदार के बीच आपसी सहमित से एग्रीमेंट का समय निर्धारित किया जा सकता है. लेकिन यदि जमीन का उपयोग एक निश्चित अवधि के लिए ले रहे है, या फिर किराए पर ले रहे है. तो जमीन का एग्रीमेंट एक निश्चित समय के लिए होता है. जैसे, 11 महीने, 2 साल, 3 साल के लिए हो सकता है.
कुछ महतवपूर्ण बातो को ध्यान रखे,
यदि किराए पर जमीन का एग्रीमेंट किसी व्यक्ति के लिए कर रहे है, तो एग्रीमेंट पेपर में एक निश्चित समय अवधि और शर्तो को अवश्य निर्धरित करे. क्योकि यदि किराएदार आपके जमीन पर कोई अन्य कार्य करता है, या शर्त का उलंघन करता है. तो एग्रीमेंट के अनुसार उस जमीन को वापस लिया जा सकता है.
यदि जमीन का एग्रीमेंट में समाप्ति तिथि दर्ज नही करते है, वह तब तक जारी रहेगा जब तक कि इसे समाप्त न कर दिया जाए.
निष्कर्ष:
जमीन का एग्रीमेंट निश्चित समय अवधि के लिए नहीं होता है. यह विक्रेता और खरीदार के बीच आपसी सहमति से निर्धारित किया जा सकता है. और यह एग्रीमेंट एक वकील के द्वारा सब रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा बनाया जाता है. इस दौरान जमीं का अग्रीमेंट निर्धारित किया जाता है, जिसमे रजिस्ट्रार की मौजूदगी अनिवार्य है.
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पूछे जाने वाले संबंधित प्रश्न: FAQs
जमीन के लिए एग्रीमेंट पेपर पर दोनों पक्षों के सहमित से जमीन का एग्रीमेंट लिखा जाता है, और एग्रीमेंट में दोनों पक्षों का हस्ताक्षर और तारीख और जमीन का सभी शर्ते और विवरण दर्ज किया जाता है.
एग्रीमेंट के लिए स्टांप पेपर जरूरी नही है, लेकिन लेनदेन का अतिरिक्त सबूत और अधिक कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है. जिससे भविष्य में विवादों और कानूनी चुनौतियों को रोकने में भी मदद करता है.
यदि एग्रीमेंट पंजीकरण किया गया है, तो एग्रीमेंट का अवधि तिन साल के लिए मान्य होता है, यदि उससे अधिक के लिए एग्रीमेंट करना चाहते है, तो फिर रेनुअल करना होता है.