किसी भी जमीन को खरीदने या बेचने के लिए उस जमीन का एग्रीमेंट किया जाता है. क्योकि यह एक क़ानूनी प्रकिया है इस प्रकिया के माध्यम से जमीन का एग्रीमेंट बनाने से किसी प्रकार की कोई परेशानी या विवाद नही होता है. इसलिए जमीन का एग्रीमेंट स्टाम्प पेपर के माध्यम से किया जाता है.
जमीन का एग्रीमेंट दोनों व्यक्ति के बिच किया जाता है, जो जमीन के मालिक होते है, क्योकि दुसरे व्यक्ति उस जमीन पर अपना दावा नही कर सकते है. इसलिए जमीन का एग्रीमेंट एक निश्चित समय अवधि के लिए बनाया जाता है. जमीन एग्रीमेंट को फुल प्रूफ बनाने के लिए स्टाम्प पेपर का उपयोग किया जाता है, जिसके लिए शुल्क भी लगते है. आइए जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर और शुल्क के बारे में जानते है.
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर क्या होता है
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज है, जिसका उपयोग जमीन खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है. स्टाम्प पेपर पर किए गए एंग्रीमेंट पर आगे चल कर विवाद होती है, तो खरीदार और विक्रेता दोनों शर्तो के अनुसार निर्णय लिया जा सकता है.
इसलिए जमीन एग्रीमेंट के समय क़ानूनी रूप से लागु करने के लिए स्टाम्प शुल्क का भुगतान करना होता है, जिसका शुल्क स्टाम्प पेपर का मूल्य और जमीन के मूल्य और लेनदेन के प्रकार पर निर्भर करता है और यह प्रकिया जिला के रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा किया जाता है.
जमीन एग्रीमेंट के लिए कितने का स्टाम्प पेपर लगता है
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर की कीमत निर्धारित नही होती है, क्योकि जमीन का मूल्य के अनुसार स्टाम्प पेपर लगता है. जमीन की कीमत जितनी अधिक होगी, स्टाम्प पेपर का मूल्य उतना ही अधिक होगा. जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प शुल्क की अलग-अलग दरें लागू होती हैं.
क्योकि यदि बिक्री के लिए एग्रीमेंट कर रहे है, तो स्टाम्प पेपर की शुल्क अधिक होती है. और किराए पर लेने के लिए एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर की शुल्क कम हो सकता है. यह शुल्क अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न हो सकता है.
यदि जमीन का कीमत 10,000 तक है, तो जमीन के लिए एग्रीमेंट के लिए 100 रुपये का स्टाम्प पेपर इस्तेमाल किया जा सकता है.
यदि जमीन का कीमत 10,000 से 50,000 रुपये तक कीमत है तो जमीन के लिए एग्रीमेंट के लिए 500 रुपये का स्टाम्प पेपर इस्तेमाल किया जा सकता है.
50,000 से ₹ 1,00,000 तक के जमीन के कीमत है, तो जमीन एग्रीमेंट के लिए 1000 रुपये का स्टाम्प पेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है.
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प शुल्क कितना लगता है
जमीन एग्रीमेंट कराते समय जमीन के कीमत के अनुसार स्टाम्प शुल्क लगता है. जमीन जितनी अधिक होगी स्टाम्प शुल्क उतना अधिक लगता है. सामने तौर पर गाँव में जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प शुल्क 4 से 5% तथा शहर में 6 से 7% पैसा लगता है.
यदि जमींन किराए पर लेने के लिए जमीन एग्रीमेंट के लिए, आपको एक साल के किराए का 1% स्टाम्प शुल्क के रूप में भुगतान करना होगा.
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर कितने दिन के लिए वैध रहता है
जमीन एग्रीमेंट के लिए स्टाम्प पेपर की वैधता राज्य के अनुसार भिन्न होती है, लेकिन सामने तौर पर स्टाम्प पेपर की वैधता छह महीने से एक साल तक होता है. लेकिन यदि स्टाम्प पेपर वैधता अवधि समाप्त होने से पहले दोनों पक्षों के सहमती से एग्रीमेंट पर फिर से हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो फिर से वैध हो जाता है.
लेकिन, वैधता अवधि समाप्त होने के बाद एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो एग्रीमेंट अमान्य हो सकता है और इससे कानूनी रूप से लागू नहीं हो सकता है.
अक्सर पूछे जाने वाला प्रश्न: FAQs
किसी भी जमीन को किराए पर दिए गए प्रॉपर्टी का एग्रीमेंट क़ानूनी नियम के तहत 3 साल तक मान्य रहता है. यदि उस एग्रीमेंट को फिर से दोनों पक्षों के सहमती से रिनुयल कर दिया जाए तो फिर एग्रीमेंट मान्य ह जाता है.
यदि एग्रीमेंट के अनुसार दर्ज किये शर्तो का उलघन किया जाए तो इसे रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कैंसिल किया जा सकता है. इसके लिए सिविल कोर्ट से इसके संबंध में आदेश प्राप्त करना होगा.
एग्रीमेंट में किराएदार और मालिक यानि दोनों ही पक्ष के नाम, एड्रेस, प्रॉपर्टी की अवधि, एडवांस पेमेंट, दोनों पक्ष की हस्ताक्षर आदि लिखा जाता है. इसके अलावे, दो गवाहों की जानकारी एड्रेस एवं हस्ताक्षर भी सामिल किया जाता है.
सबंधित पोस्ट,