बैनामा कितने वर्ष के लिये मान्य है – जाने बैनामा कब तक मान्य होता है की पूरी जानकारी

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भारत में बैनामा एक महत्वपूर्ण प्रॉपर्टी दस्तावेज है, जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों जैसे, प्रॉपर्टी का मालिकाना हक व्यक्त करने हेतु, जमीन के सन्दर्भ में प्रमाण प्रदान करने हेतु आदि में होता है. इस दस्तावेज की मान्यता सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यो के लिए होती है, क्योंकि, बैनामा को कानूनी नियम के तहत बनाया जाता है. बैनामा की मान्यता बढ़ाने के लिए इसे सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस में रजिस्टर होना आवश्यक है, तभी इसे मान्य समझा जाता है.

बहुत से लोगो को बैनामा के सन्दर्भ में पूरी जानकारी पता नही है. इसलिए, इस आर्टिकल में बैनामा, इसकी वैधता, एवं अन्य जानकारी के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया है, जो आपको बैनामा के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेगा.

बैनामा क्या होता है?

बैनामा एक कानूनी प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट है जिसका उपयोग संपत्ति के मालिकाना हक को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है. इस प्रक्रिया को कन्वेयंस डीड और सेल डीड भी कहा जाता है. बैनामा एकमात्र ऐसा दस्तावेज है, तो कानूनी तौर पर प्रॉपर्टी के मालिक को प्रमाण प्रदान करता है, जिसे सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय में दोनों पक्षों के हस्ताक्षर के बाद तैयार किया जाता है.

प्रॉपर्टी बैनामा में निम्न जानकारी उपलब्ध होता है, जो किसी व्यक्ति को ओनर का प्रमाण देता है.

  • संपत्ति का विवरण: जैसे प्रॉपर्टी के प्रकार, स्थान, क्षेत्रफल, और मूल्य
  • विक्रेता और खरीदार का विवरण: जैसे नाम, पता, और पहचान का प्रमाण
  • बिक्री की शर्तें: भुगतान की शर्तें, संपत्ति पर बंधक या लोन आदि की जानकारी
  • गवाहों का विवरण: बैनामा में ग्वाही देने वाले व्यक्ति का विवरण शामिल होता है, जो वास्तविक मालिक का पहचान प्रदान करते है.

बैनामा कब तक मान्य होता है?

बैनामा की मान्यता या वैधता की कोई समय सीमा निर्धारित नही है. यह तब तक मान्य होता है जब तक कि किसी कानूनी प्रक्रिया द्वारा या न्यायालय द्वारा रद्द नहीं कर दिया जाता है. यदि प्रॉपर्टी बैनामा पर किसी व्यक्ति द्वारा कानूनी कार्यवाही की जाती है, और कोर्ट द्वारा इसे रद्द कर दिया जाता है, तो इसकी मान्यता समाप्त हो जाती है. इसके अलावे, यदि किसी प्रकार की कोई समस्या नही होती है, तो बैनामा की मान्यता आजीवन रहता है.

Note: बैनामा की वैधता राज्य के कानूनी नियम से भी निर्धारित होता है. अर्थात, बैनामा के दौरान किस प्रक्रिया का पालन किया गया है. यदि सभी प्रक्रिया सही है, तो बैनामा आपका जीवन भर मान्य होगा.

ध्यान दे, प्रॉपर्टी रजिस्ट्री के 3 वर्ष के बाद बैनामा को रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहिए. ऐसा नही होने पर खरीदार को संपत्ति का मालिकाना हक प्राप्त करने के लिए अन्य कानूनी कार्रवाई करनी पड़ सकती है, जिसमे समय और पैसा दोनों लगेगा.

बैनामा की वैधता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम

बैनामा की मान्यता बनाए रखने के लिए इस डाक्यूमेंट्स को एक वकील या रजिस्ट्रार द्वारा तैयार किया जाना चाहिए, बैनामा तैयार होने के बाद इसपर दोनों पक्षों की जानकारी, हस्ताक्षर एवं सब-रजिस्ट्रेशन ऑफिस से पंजीकृत होना चाहिए.

रजिस्ट्रीकरण के बाद, बैनामा एक कानूनी प्रमाणित दस्तावेज बन जाता है जिससे खरीदार को संपत्ति का मालिकाना हक प्राप्त होता है. ध्यान दे, यदि बैनामा दस्तावेज में दिए गए जानकारी गलत होते है, तो उसे अमान्य माना जा सकता है. इसलिए, सभी महत्वपूर्ण बिन्दुयों को ध्यान में रखते हुए बैनामा तैयार कर उसे रजिस्टर कराना चाहिए.

बैनामा की वैधता को प्रभावित करने वाले बिंदु

  • बैनामा में शामिल जानकारी की सत्यता
  • दोनों पक्षो द्वारा हस्ताक्षर गए व्यक्तियों की पहचान और अधिकार
  • बैनामा का रजिस्ट्रेशन, आदि.
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शरांश:

बैनामा की वैधता आजीवन रहता है. अर्थात आपसी सहमती या कोर्ट द्वारा जब तक बैनामा को रद्द नही किया जाता, तब तक बैनामा की वैधता रहता है. लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए बैनामा की रजिस्ट्री तीन वर्ष के भीतर ही करा लेना चाहिए. नही तो बाद में विभिन्न प्रकार के समस्यों का सामना करना पड़ सकता है.

सामान्य प्रश्न FAQs

Q. बैनामा की अवधि कितनी होती है?

बिना पंजीकरण के प्रथम 3 साल की अवधि के लिए वैध होता है. यदि इस अवधि के बाद रजिस्ट्रेशन नही कराते है, तो बैनामा अमान्य हो जाता है. इसलिए, इस अवधि के अंतर्गत सब रजिस्ट्रार के ऑफिस में उचित दस्तावेज जमा कर बैनामा को पंजीकृत करा ले.

Q. क्या बैनामा बिना पंजीकरण के भी मान्य है?

नहीं, बैनामा बिना पंजीकरण के मान्य नहीं है. 3 वर्ष के अन्दर बैनामा का पंजीकरण कराना अनिवार्य है. तभी यह कानूनी रूप से एक दस्तावेज बनेगा और खरीदार को संपत्ति का मालिकाना हक प्राप्त होगा.

Q. बैनामा के पंजीकरण के लिए क्या-क्या दस्तावेज चाहिए?

बैनामा को रजिस्टर करने के लिए निम्न आवश्यक दस्तावेज चाहिए:
> बैनामा
> संपत्ति के मालिक का प्रमाण पत्र
> खरीदार और विक्रेता के पहचान प्रमाण पत्र
> भुगतान की रसीदें (यदि कोई हो)

Q. बैनामा की वैधता से जुड़े जानकारी कहाँ से प्राप्त करे?

अपने प्रॉपर्टी बैनामा से जुड़े वैधता की जानकारी सब रजिस्ट्रार के ऑफिस से प्राप्त कर सकते है. ध्यान दे, इस प्रक्रिया में कुछ शुल्क भी देने पड़ सकते है.

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