मकान का बंटवारा एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है. क्योकि जब एक ही माकन में एक से अधिक परिवार रहने लगते है, तो उस माकन का बटवारा करना काफी मुस्किल होता है. यदि आप भी अपने मकना में हो रहे विवाद केर कारण बटवारा करना चाहते है, तो अपने सभी परिवारों के बिच सहमती से बटवारा कर सकते है. यदि कोई परिवार फैसले से सहमत नहीं हो पा रहे हैं तो पंचायत के माध्यम से बंटवारा किया जा सकता है.
लेकिन कई लोग बटवारे के नाम सुन कर घबरा जाते है, इसलिए इस पोस्ट में मकान का बंटवारा कैसे करे और बटवारा करने में कौन कौन सी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है. इसकी प्रकिया इस पोस्ट में उपलब्ध किया गया है, जो आपके माकन के बटवारे में मदद केरगा. तो चलिए निचे विस्तार से जानते है मकान का बंटवारा कैसे होता है.
मकान के बंटवारे के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि मकान का बटवारा करने जा रहे है, तो मकान के निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है. जो सभी पर्क्षो के लिए जरुरी है.
- मकान का मालिकाना हक का दस्तावेज
- सभी पक्षों के पहचान पत्र
- वोटर आईडी कार्ड
- आधार कार्ड
- संपत्ति कर के रसीद
- मकान का नक्शा
- यदि आवश्यक हो तो अन्य दस्तावेज
मकान का बंटवारा कैसे होता है
मकान का बटवारा कई अलग अलग तरीको से होता है, क्योकि कई लोगो को बटवारे से संबंधित काफी समस्याए आती है. इसलिए इसके निचे माकन बटवारे की प्रकिया को दिया गया है, जो आपकी मदद करेगा.
सहमती बंटवारा
सहमती बटवारा सबसे आसान और सबसे सुलझ बंटवारा होता है. क्योंकि, इस बंटवारे से सभी पक्षों को ज्यादा लंबी चौड़ी प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता है.
सहमती बंटवारा करने के लिए परिवार के सभी सदस्यों के बीच बंटवारा करना होता है, इसलिए उन सभी लोगों को उपस्थित होना जरूरी है. जैसे कि अगर एक ही मकना में चार परिवार रहे हे है, तो चारो भाई को वहां पर होना जरूरी है. उसके बाद सभी एक साथ बैठकर आपसी सहमती से एक सुलझ बटवारा कर सकते है.
कई मामलो में मकान का बटवारा ऐसे भी होता है. कि मकान छोटा है लेकिन परिवार बड़ा है. जिसमे बटवारा करना काफी मुस्किल होता है, तो ऐसे मामलो में एक परिवार को ही मकान दे दिया जाता है और वह व्यक्ति उस माकन के बदले पैसा दे देता है. जिसे बंकि के परिवार दुसरे भूमि पर अपना माकन बन सके.
पंचायत बंटवारा
अगर एक ही माकन में सभी सदस्यों के बिच आपसी सहमती नही है, और कुछ लोगबंटवारे से ना खुश है, तो मकान का बटवारा पंचायत द्वारा करा सकते है. इस पंचायत बंटवारा में आपके पंचायत का सरपंच के अंडर में बटवारा होता है, जिसको सुलझाने के लिए सरपंच का सहारा लेना पड़ता है.
मकान का बटवारा करने के लिए पंचायत में उपस्थित सभी व्यक्ति और परिवारों के सभी पर्क्षो के बातो को ध्यान में रखते हुए उनकी सहमती से सरपंच ने फैसला उन सभी व्यक्तियों को सुनाता है जो सभी परिवार पर फैसला लागू किया जाता है.
कानूनी प्रक्रिया
यदि मकान का बटवारा सहमति या पंचायत से भी नही हो पाता है, और आपस में विवाद हो जाते है, तो कानूनी प्रक्रिया अपना सकते है. इसके लिए एक वकील की मदद से कोर्ट में मुकदमा दायर कर सकते है. इसके बाद कोट सभी सबूतों को इकठ्ठा कर मकान का बंटवारा करता है और अपने फैसला सुनाता है.
शरांश:
मकान का बंटवारा करने की सभी प्रकिया इस पोस्ट में उपलब्ध किया गया है. जो आपके मकान बटवारे में मदद करेगा. यदि फिर भी आपको मकान बटवारे से समस्याए आ रही है, तो अपने किसी नजदीकी वकील से सम्पर्क कर सलाह ले सकते है.
अक्सर पूछे आने वाले प्रश्न: FAQs
बंटवारे का मतलब एक प्रॉपर्टी में एक से ज्यादा लोगों का मालिकाना हक होता है. जिसे वसीयत के जरिए प्रॉपर्टी का बंटवारा किया जाता है. तो सभी लोगों के अधिकार सुरक्षित रहते हैं जिसे विवाद भी नहीं होते है.
मकान का सरकरी बटवारा कोट के प्रकिया के माध्यम से होता है. क्योकि जब मकान का सह मालिक सहमती बटवारा या पंचायत बटवारा से संतुष्ट नही होते है, तो दोनों पार्टियों को सिविल कोर्ट में मुकदमा करना होता है. जिसके बाद कोर्ट के फैसला होने के बाद बंटवारा होता है.
घर की बटवारा टूट सकती है, यदि एक निश्चित समय सीमा के भीतर, संपत्ति के पंजीकरण और बंटवारे के बाद परिवार के सदस्य, रिश्तेदार या शेयरधारक उन लोगों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज होती है, तो बटवारा की रजिस्ट्री टूट सकती है.
संबंधित पोस्ट,